Nathu Lal Meena
अंगुरी बदन बल खाव
दिल म कुछ कुछ होये
जलेबी खाव रोज भायेली
गोनो करवादे जीजी
छोरी तेरी कनिया कर इशारा
लहंगो सपना म खुल गियो