
Geeta Darshan Vol-8 # Ep.90
Episode · 3 Plays
Episode · 3 Plays · 1:22:54 · Aug 30, 2023
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DATES AND PLACES : NOV 25 - DEC 01. PUNE Eighth Chapter from the series of 18 Chapters - Geeta Darshan Vol-8 by Osho. These discourses were given during NOV 25 - DEC 01. --------------------------------------- अधिभूतं क्षरो भावः पुरुषश्चाधिदैवतम्।अधियज्ञोऽहमेवात्र देहे देहभृतां वर।। 4।।अन्तकाले च मामेव स्मरन्मुक्त्वा कलेवरम्।यः प्रयाति स मद्भावं याति नास्त्यत्र संशयः।। 5।।यं यं वापि स्मरन्भावं त्यजत्यन्ते कलेवरम्।तं तमेवैति कौन्तेय सदा तद्भावभावितः।। 6।।उत्पत्ति-विनाश धर्म वाले सब पदार्थ अधिभूत हैं और हिरण्यमय पुरुष अधिदैव हैं और हे देहधारियों में श्रेष्ठ अर्जुन, इस शरीर में मैं ही अधियज्ञ हूं।और जो पुरुष अंतकाल में मेरे को ही स्मरण करता हुआ शरीर को त्याग कर जाता है, वह मेरे स्वरूप को प्राप्त होता है, इसमें कुछ भी संशय नहीं है।कारण कि हे कुंतीपुत्र अर्जुन, यह मनुष्य अंतकाल में जिस-जिस भी भाव को स्मरण करता हुआ शरीर को त्यागता है, उस-उस को ही प्राप्त होता है।
1h 22m 54s · Aug 30, 2023
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