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Tumhe Jab Kabhi Mile Furshatein | Aitbar Sajid | MadhuShala

MadhuShala

Episode   ·  12 Plays

Episode  ·  12 Plays  ·  0:49  ·  Aug 3, 2024

About

तुम्हें जब कभी मिलें फ़ुर्सतें मिरे दिल से बोझ उतार दो मैं बहुत दिनों से उदास हूँ मुझे कोई शाम उधार दो मुझे अपने रूप की धूप दो कि चमक सकें मिरे ख़ाल-ओ-ख़द मुझे अपने रंग में रंग दो मिरे सारे रंग उतार दो किसी और को मिरे हाल से न ग़रज़ है कोई न वास्ता मैं बिखर गया हूँ समेट लो मैं बिगड़ गया हूँ सँवार दो ||

49s  ·  Aug 3, 2024

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