
Pyaar Karte Raho | ADEEL ZAIDI | Recited By MadhuShala
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Episode · 1:03 · Apr 5, 2025
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सब कि सुनते रहो प्यार करते रहो और कुछ न कहो चाहे बोलें न वो लब को खोलें न वो दिल अलग बात है अपने लहजा में भी प्यार घोलें न वो अपना जो फ़र्ज़ है इस तरह हो अदा जैसे एक क़र्ज़ है कोई जो कुछ कहे उस कि सुनते रहो प्यार करते रहो ओर कुच न कहो बे-ख़याली में ही लब अगर खुल जाएँ और ज़बाँ पर कभी कोई सच आ गया यूँ समझ लूँ कि फिर सिलसिले जितने थे दरमियाँ जो भी था ख़्वाब देखे थे जो सब बिखेर जाएँगे ऐसा करना नहीं सब की सुनना मगर तुम बिखरना नहीं..
1m 3s · Apr 5, 2025
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