
Geeta Darshan Vol-9 # Ep.111
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Episode · 1:18:12 · Sep 9, 2023
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DATES AND PLACES : MAR 03-15 1972. BOMBAY Ninth Chapter from the series of 18 Chapters - Geeta Darshan Vol-9 by Osho. These discourses were given in BOMBAY during MAR 03-15 1972. --------------------------------------- समोऽहं सर्वभूतेषु न मे द्वेष्योऽस्ति न प्रियः।ये भजन्ति तु मां भक्त्या मयि ते तेषु चाप्यहम्।। 29।।अपि चेत्सुदुराचारो भजते मामनन्यभाक्।साधुरेव स मन्तव्यः सम्यग्व्यवसितो हि सः।। 30।।क्षिप्रं भवति धर्मात्मा शश्वच्छान्तिं निगच्छति।कौन्तेय प्रति जानीहि न मे भक्तः प्रणश्यति।। 31।।मैं सब भूतों में सम-भाव से व्यापक हूं; न कोई मेरा अप्रिय है और न प्रिय है। परंतु जो भक्त मेरे को प्रेम से भजते हैं, वे मेरे में और मैं भी उनमें प्रकट हूं।यदि कोई अतिशय दुराचारी भी अनन्य भाव से मेरा भक्त हुआ मेरे को निरंतर भजता है, वह साधु ही मानने योग्य है; क्योंकि वह यथार्थ निश्चय वाला है।इसलिए वह शीघ्र ही धर्मात्मा हो जाता है और सदा रहने वाली शांति को प्राप्त होता है। हे अर्जुन, तू निश्चयपूर्वक सत्य जान कि मेरा भक्त नष्ट नहीं होता।
1h 18m 12s · Sep 9, 2023
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