
Geeta Darshan Vol-15 # Ep.177
Episode · 0 Play
Episode · 1:33:50 · Oct 13, 2023
About
DATES AND PLACES : MAY 05-11 1974. BOMBAY Fifteenth Chapter from the series of 18 Chapters - Geeta Darshan Vol-15 by Osho. These discourses were given in BOMBAY during MAY 05-11 1974. --------------------------------------- यदादित्यगतं तेजो जगद्भासयतेऽखिलम्।यच्चन्द्रमसि यच्चाग्नौ तत्तेजो विद्धि मामकम्।। 12।।गामाविश्य च भूतानि धारयाम्यहमोजसा।पुष्णामि चौषधीः सर्वाः सोमो भूत्वा रसात्मकः।। 13।।अहं वैश्वानरो भूत्वा प्राणिनां देहमाश्रितः।प्राणापानसमायुक्तः पचाम्यन्नं चतुर्विधम्।। 14।।सर्वस्य चाहं हृदि संनिविष्टोमत्तः स्मृतिर्ज्ञानमपोहनं च।वेदैश्च सर्वैंरहमेव वेद्योवेदान्तकृद्वेदविदेव चाहम्।। 15।।और हे अर्जुन, जो तेज सूर्य में स्थित हुआ संपूर्ण जगत को प्रकाशित करता है तथा जो तेज चंद्रमा में स्थित है और जो तेज अग्नि में स्थित है, उसको तू मेरा ही तेज जान।और मैं ही पृथ्वी में प्रवेश करके अपनी शक्ति से सब भूतों को धारण करता हूं और रस-स्वरूप अर्थात अमृतमय सोम होकर संपूर्ण औषधियों को अर्थात वनस्पतियों को पुष्ट करता हूं।मैं ही सब प्राणियों के शरीर में स्थित हुआ वैश्वानर अग्निरूप होकर प्राण और अपान से युक्त हुआ चार प्रकार के अन्न को पचाता हूं।और मैं ही सब प्राणियों के हृदय में अंतर्यामीरूप से स्थित हूं तथा मेरे से ही स्मृति, ज्ञान और अपोहन अर्थात संशय-विसर्जन होता है और सब वेदों द्वारा मैं ही जानने के योग्य हूं तथा वेदांत का कर्ता और वेदों को जानने वाला भी मैं ही हूं।
1h 33m 50s · Oct 13, 2023
© 2023 Podcaster