
Geeta Darshan Vol-11 # Ep.133
Episode · 43 Plays
Episode · 43 Plays · 1:14:25 · Sep 20, 2023
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DATES AND PLACES : JAN 03-14 1973 Eleventh Chapter from the series of 18 Chapters - Geeta Darshan Vol-11 by Osho. These discourses were given during JAN 03-14 1973. --------------------------------------- यथा प्रदीप्तं ज्वलनं पतङ्गा विशन्ति नाशाय समृद्धवेगाः।तथैव नाशाय विशन्ति लोका-स्तवापि वक्त्राणि समद्धवेगाः ॥29॥ यथा-जिस प्रकारप्रदीप्तम्-जलती हुई; ज्वलनम्-अग्नि में; पतड्गा:-पतंगें; विशन्ति-प्रवेश करते हैं; नाशाय–विनाश के लिए; वेगा:-तीव्र वेग से; तथाएव-उसी प्रकार से; नाशाय–विनाश के लिए; विशन्ति प्रवेश कर रहे हैं; लोका:-ये लोग; तव-आपके; अपि-भी; वक्त्रणि-मुखों में; समृद्ध-वेगा:-पूरे वेग से।
1h 14m 25s · Sep 20, 2023
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