
#Ep- 16 Bichhda Hai Jo Ek Bar To | PARVEEN SHAKIR | Recited By MadhuShala
Episode · 41 Plays
Episode · 41 Plays · 0:53 · Mar 24, 2024
About
बिछड़ा है जो इक बार तो मिलते नहीं देखा इस ज़ख़्म को हम ने कभी सिलते नहीं देखा इक बार जिसे चाट गई धूप की ख़्वाहिश फिर शाख़ पे उस फूल को खिलते नहीं देखा यक-लख़्त गिरा है तो जड़ें तक निकल आईं जिस पेड़ को आँधी में भी हिलते नहीं देखा काँटों में घिरे फूल को चूम आएगी लेकिन तितली के परों को कभी छिलते नहीं देखा किस तरह मिरी रूह हरी कर गया आख़िर वो ज़हर जिसे जिस्म में खिलते नहीं देखा -------------------------------------------------------- YouTube - http://www.youtube.com/@_MadhuShala --------------------------------------------------------- InstaGram - https://www.instagram.com/madhu_.shala --------------------------------------------------------- FaceBook - https://www.facebook.com/ItsMadhuShala ---------------------------------------------------------
53s · Mar 24, 2024
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