
Bashir Badr-Magar dil ko har raat ik baar padhna
Episode · 6 Plays
Episode · 6 Plays · 3:19 · Apr 19, 2023
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किताबें, रिसाले न अख़बार पढ़नामगर दिल को हर रात इक बार पढ़नासियासत की अपनी अलग इक ज़बाँ हैलिखा हो जो इक़रार, इनकार पढ़नाअलामत नये शहर की है सलामतहज़ारों बरस की ये दीवार पढ़नाकिताबें, किताबें, किताबें, किताबेंकभी तो वो आँखें, वो रुख़सार पढ़नामैं काग़ज की तक़दीर पहचानता हूँसिपाही को आता है तलवार पढ़नाबड़ी पुरसुकूँ धूप जैसी वो आँखेंकिसी शाम झीलों के उस पार पढ़नाज़बानों की ये ख़ूबसूरत इकाईग़ज़ल के परिन्दों का अशआर पढ़ना(मई १९९८) - Kavita Kosh for you all. I read from Musafir -Kindle copy! Music -https://www.youtube.com/watch?v=DRnyxlaqqLk&t=347s Image - Photo by Kelly Sikkema on Unsplash
3m 19s · Apr 19, 2023
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