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Aye Dil Pehle Bhi Tanha They | Saki Farukhi | Recited By MadhuShala

MadhuShala

Episode   ·  2 Plays

Episode  ·  2 Plays  ·  1:01  ·  Feb 22, 2025

About

ऐ दिल पहले भी तन्हा थे, ऐ दिल हम तन्हा आज भी हैं और उन ज़ख़्मों और दाग़ों से अब अपनी बातें होती हैं जो ज़ख़्म कि सुर्ख गुलाब हुए, जो दाग़ कि बदर-ए-मुनीर हुए इस तरहा से कब तक जीवा है, मैं हार गया इस जीने से कोई अब्र उड़े किसी कुल्जुम से रस बरसे मिरे वीराने पर कोई जागता हो कोई कुढ़ता हो मिरे देर से वापस आने पर कोई साँस भरे मिरे पहलू में कोई हाथ धरे मिरे शाने पर और दबे दबे लहजे में कहे तुम ने अब तक बड़े दर्द सहे तुम तन्हा तन्हा जलते रहे तुम तन्हा तन्हा चलते रहे सुवो तव्हा चलना खेल वहीं, चलो आओ मिरे हम-राह चलो चलो नए सफ़र पर चलते हैं, चलो मुझे बना के गवाह चलो।।

1m 1s  ·  Feb 22, 2025

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