Ek Taraf Lyrics
ऐ गम-ए-ज़िंदगी
ऐ गम-ए-ज़िंदगी
कुछ तो दे मशवरा
ऐ गम-ए-ज़िंदगी
कुछ तो दे मशवरा
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
मैं कहाँ जाऊँ होता नहीं फ़ैसला
मैं कहाँ जाऊँ होता नहीं फ़ैसला
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
एक तरफ बाम पर कोई गुलफाम है
एक तरफ महफिलें बादा-ओ-जाम है
एक तरफ बाम पर कोई गुलफाम है
एक तरफ महफिलें बादा-ओ-जाम है
दिल का दोनों से है कुछ ना कुछ वास्ता
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
उसके दर से उठा तो किधर जाऊँगा
मयकदा छोड़ दूँगा तो मर जाऊँगा
उसके दर से उठा तो किधर जाऊँगा
मयकदा छोड़ दूँगा तो मर जाऊँगा
उसके दर से उठा तो किधर जाऊँगा
मयकदा छोड़ दूँगा तो मर जाऊँगा
सख़्त मुश्किल में हूँ क्या करूँ ऐ खुदा
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
ज़िंदगी एक है और तलबगार दो
जां अकेली मगर जां के हक़दार दो
ज़िंदगी एक है और तलबगार दो
जां अकेली मगर जां के हक़दार दो
दिल बता पहले किसका करूँ हक अदा
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
इस ताल्लुक़ को मैं कैसे तोडूँ ज़फर
किसको अपनाऊँ मैं किसको छोडूँ ज़फ़र
इस ताल्लुक़ को मैं कैसे तोडूँ ज़फर
किसको अपनाऊँ मैं किसको छोडूँ ज़फ़र
इस ताल्लुक़ को मैं कैसे तोडूँ ज़फर
किसको अपनाऊँ मैं किसको छोडूँ ज़फ़र
मेरा दोनो से रिश्ता है नज़दीक का
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
ऐ गम-ए-ज़िंदगी
कुछ तो दे मशवरा
ऐ गम-ए-ज़िंदगी
कुछ तो दे मशवरा
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
मैं कहाँ जाऊँ होता नहीं फ़ैसला
मैं कहाँ जाऊँ होता नहीं फ़ैसला
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
एक तरफ उसका घर
एक तरफ मयकदा
Writer(s): Rajat Sharma<br>Lyrics powered by www.musixmatch.com
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3m 18s · Hindi