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तुम चौरासी लाख योनि की बात करते हो, हर जन्म के बाद नए जन्म की बात करते हो, मैं तो एक योनि नित्य बिताता हूँ हर क्षण एक नया जन्म पाता हूँ ! जो मिल जाता है उसे खुशी मानकर, अपना भाग्य लिखा जानकर नए-नए आयाम बनाता हूँ, आने वाले हर पल को नया जन्म मानकर नई-नई योजनाएं बनाता हूँ ! भाग्य देखो मेरा ! सब सत्य जानकर भी जो पल बीत गया उसकी याद में या तो कसीदे पढ़ता हूँ या आंसू बहाता हूँ आखिर मैं अभी इस जन्म में तो इंसान हूँ !
53s · Jul 12, 2020
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