तुम मेरे हो, बस मेरे ही मेरे हो तुम मेरे हो, बस मेरे ही मेरे हो तुम मेरे हो, बस मेरे ही मेरे हो पूछ लो हवाओं से सुरमई घटाओं से बारिशों के पानी से पूछो नदिया दीवानी से तुम मेरे हो, बस मेरे ही मेरे हो तुम मेरे हो, बस मेरे ही मेरे हो आँखों की गलियों से आके रूह में तुम बस जाओ आँखो ं की गलियों से आके रूह में तुम बस जाओ साथ चलें और साथ रुकें साँसों में यूँ मिल जाओ पूछ लो ख़यालों से बादलों की शालों से ख़्वाहिशों से, सपनों से पूछो ग़ैरों या अपनों से तुम मेरे हो, बस मेरे ही मेरे हो तुम मेरे हो, बस मेरे ही मेरे हो मैं तुम को महसूस करूँ बन जाओ तुम एहसास एक-दूजे को देख ना पाए आ जाओ, इतने पास पूछ लो बहारों से चंपई नज़ारों से ख़ुशबुओं की वादी से पूछो इस रुत शहज़ादी से तुम मेरे हो, बस मेरे ही मेरे हो तुम मेरे हो, बस मेरे ही मेरे हो
Writer(s): Sameer, Vishal<br>Lyrics powered by www.musixmatch.com