Tu Zinda Lyrics
ज़िंदगी जीता तो है पर कुछ तो है कमी
रास्ते भी हैं मगर तुझपे बर्फ़ है जमी
कुआँ है तेरे सामने पर प्यास ही नहीं
यूँ ही तू ठहरा रहा
फ़िर, तू, तू नहीं
है ज़मी फ़ैली हुई और खुला आसमाँ
तू नहीं तो क्यूँ है फ़िर ये जहाँ?
तू ज़िंदा
तू उड़ जा
तू ज़िंदा
तू उड़ जा
तू दिलासा है
सब यहाँ, कैसे करूँ यकीं?
राग हैं पर जिगर में वो आग तो नहीं
हर साँस, नस-नस में अब है ज़ंग सी लगी
यूँ ही तू ठहरा रहा
फ़िर, तू, तू नहीं
है ज़मी फ़ैली हुई और खुला आसमाँ
तू नहीं तो क्यूँ है फ़िर ये जहाँ?
तू ज़िंदा
तू उड़ जा
तू ज़िंदा
तू उड़ जा
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
Writer(s): Hriday Gattani<br>Lyrics powered by www.musixmatch.com
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4m 20s · Hindi