तितली रानी, तितली रानी, इतने सुंदर पंख कहाँ से लाई हो? क्या तुम कोई शहज़ादी हो? परीलोक से आई हो? तितली रानी, तितली रानी, इतने सुंदर पंख कहाँ से लाई हो? क्या तुम कोई शहज़ादी हो? परीलोक से आई हो? फूल तुम्हें भी अच्छे लगते, फूल हमें भी भाते हैं वो तुम को कैसे लगते जो फूल तोड़ने जा ते हैं? फूल तुम्हें भी अच्छे लगते, फूल हमें भी भाते हैं वो तुम को कैसे लगते जो फूल तोड़ने जाते हैं?
Writer(s): Infobells Interactive Solutions, Karthik Chandan<br>Lyrics powered by www.musixmatch.com