Muskurane Ke Bahane

Muskurane Ke Bahane Lyrics

Anuradha  by Farzan Faaiz, Kavita Krishnamurthy

Song  ·  30,706 Plays  ·  7:04  ·  Hindi

© 2014 RDC / Shiv Shakti Entertainment Production

Muskurane Ke Bahane Lyrics

मुस्कुराने के बहाने
ढूँढती है जिंदगी
मुस्कुराने के बहाने
ढूँढती है जिंदगी

हर घड़ी मौसम सुहाने
ढूँढती है जिंदगी
मुस्कुराने के बहाने
ढूँढती है जिंदगी

थपकियाँ माँ की
मेरी नींद में शामिल है अभी
थपकियाँ माँ की
मेरी नींद में शामिल है अभी

यादों के कितने खजा़ने
ढूँढती है जिंदगी
यादों के कितने खजा़ने
ढूँढती है जिंदगी
हर घड़ी मौसम सुहाने
ढूँढती है जिंदगी

मुस्कुराने के बहाने
ढूँढती है जिंदगी

वक्त ने खुल के सुनाए नहीं
अब तक जो कभी
वक्त ने खुल के सुनाए नहीं
अब तक जो कभी

महके-महके वो तराने
ढूँढती है जिंदगी
महके-महके वो तराने
ढूँढती है जिंदगी
हर घड़ी मौसम सुहाने
ढूँढती है जिंदगी

मुस्कुराने के बहाने
ढूँढती है जिंदगी

जानती है के कभी लौट के आयेंगे नहीं
जानती है के कभी लौट के आयेंगे नहीं
फिर भी वो गुज़रे ज़माने
ढूँढती है जिंदगी

फिर भी वो गुज़रे ज़माने
ढूँढती है जिंदगी
हर घड़ी मौसम सुहाने
ढूँढती है जिंदगी

मुस्कुराने के बहाने
ढूँढती है जिंदगी

सुर्ख जो उडा भी नहीं
मांग में सिंदूर नहीं
सुर्ख जो उडा भी नहीं
मांग में सिंदूर नहीं

आज क्यूँ रिश्ते पुराने
ढूँढती है जिंदगी
आज क्यूँ रिश्ते पुराने
ढूँढती है जिंदगी
हर घड़ी मौसम सुहाने
ढूँढती है जिंदगी

मुस्कुराने के बहाने
ढूँढती है जिंदगी

Writer(s): Faaiz Anwar, Farzan Faaiz<br>Lyrics powered by www.musixmatch.com


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