Ishq Insaan Ki Zaroorat Hai (Album Version) Lyrics
तुम ना मानो, मगर हक़ीक़त है तुम ना मानो, मगर हक़ीक़त है इश्क़ इंसान की ज़ुरूरत है तुम ना मानो, मगर हक़ीक़त है हुस्न ही हुस्न, जलवे ही जलवे हुस्न ही हुस्न, जलवे ही जलवे सिर्फ़ एहसास की ज़ुरूरत है सिर्फ़ एहसास की ज़ुरूरत है इश्क़ इंसान की ज़ुरूरत है तुम ना मानो, मगर हक़ीक़त है उस की महफ़िल में बैठ कर देखो उस की महफ़िल में बैठ कर देखो ज़िंदगी कितनी ख़ूबसूरत है ज़िंदगी कितनी ख़ूबसूरत है इश्क़ इंसान की ज़ुरूरत है तुम ना मानो, मगर हक़ीक़त है जी रहा हूँ इस एतमाद के साथ जी रहा हूँ इस एतमाद के साथ ज़िंदगी को मेरी ज़ुरूरत है ज़िंदगी को मेरी ज़ुरूरत है इश्क़ इंसान की ज़ुरूरत है तुम ना मानो, मगर हक़ीक़त है तुम ना मानो, मगर हक़ीक़त है
Writer(s): Pankaj Udhas, Qabil Ajmeri<br>Lyrics powered by www.musixmatch.com