Dil Bawra Lyrics
दिल कैसा है लापता
साथ तेरे है पर नहीं
दिल कैसा है चुलबुला
मस्त-मगन ज़िद में कहीं
दिल तो है भोला-भला
कुछ ना समझता कभी
चल ये पड़ा
तू मेरी सुन ले ज़रा
क़ैद ना इसको तू कर
दिल तो है ये बावरा
थोड़ी सी हैं मस्तियाँ
थोड़ा-थोड़ा ग़म भी है कभी
साज़िश ये ऐसी करी है
कि दिल से ना जीता कोई
मान ले तू मेरा कहा
पिंजरे में बँद ये दिल रहता कहाँ
दिल ये ज़िद्दी बड़ा है
सुनता नहीं है किसी की
दिल ये बुद्धू बड़ा है
नादाँ ये कुछ भी समझता नहीं
समझे नहीं आरज़ू मेरी, हो
जज़्बात मेरे, रंजिशें मेरी
इससे जुड़े ख़्वाहिशें मेरी, हो
मेरे ये ख़्वाब, चाहतें मेरी
बिखरा है क़िस्सों में ये यादें परखता हुआ
कैसी है ये नादानी, अरे, दिल तू ये समझे क्यूँ ना?
आदत बुरी है? या मस्ती चढ़ी है?
इतना मुझे बता दे ज़रा
Writer(s): Anirudh Deshmukh<br>Lyrics powered by www.musixmatch.com
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4m 50s · Hindi