Ae Malik Tere Bande Hum

Ae Malik Tere Bande Hum Lyrics

Do Ankhen Barah Haath  by Vasant Desai, Lata Mangeshkar

Song  ·  1,497,079 Plays  ·  3:14  ·  Hindi

© 1957 Saregama

Ae Malik Tere Bande Hum Lyrics

ऐ, मालिक, तेरे बंदे हम
ऐसे हों हमारे करम
नीति पर चलें और बदी से टलें
ताकि हँसते हुए निकले दम
ऐ, मालिक, तेरे बंदे हम

ये अँधेरा घना छा रहा
तेरा इंसान घबरा रहा
हो रहा बेख़बर, कुछ ना आता नज़र
सुख का सूरज छुपा जा रहा

है तेरी रोशनी में जो दम
तू अमावस को कर दे पूनम
नीति पर चलें और बदी से टलें
ताकि हँसते हुए निकले दम
ऐ, मालिक, तेरे बंदे हम

जब ज़ुल्मों का हो सामना
तब तू ही हमें थामना
वो बुराई करें, हम भलाई भरें
नहीं बदले की हो कामना

बढ़ उठे प्यार का हर क़दम
और मिटे बैर का ये भरम
नीति पर चलें और बदी से टलें
ताकि हँसते हुए निगले दम
ऐ, मालिक, तेरे बंदे हम

Writer(s): Vasant Desai, Bharat Vyas<br>Lyrics powered by www.musixmatch.com


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3m 14s  ·  Hindi

© 1957 Saregama

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