Moh Ki Dori Lyrics
डोरी रे, डोरी-डोरी, मोह की ये डोरी (डोरी)
छोड़े ना जाए छोड़ी, मोह की ये डोरी (डोरी)
तू ही आए ख़्वाबों में, सुबह तू जगाए
मेरी हर साँस में तू ही आए-जाए
ये जो पुरवाई है, तेरी अंगड़ाई है
तेरी परछाई में जाने तू मेरा क्या है
ये जो पुरवाई है, त ेरी अंगड़ाई है
तेरी परछाई में जाने तू मेरा क्या है
ये मनमानी है, रास्तों की या ज़िद है?
सारे रास्ते क्यूँ तेरी ओर जाते हैं?
मुस्कुराएँ सारे रंग, तू जो मुस्कुराता है
तेरे-मेरे दरमियाँ जो प्यार है वो आधा है
ये जो पुरवाई है, तेरी अंगड़ाई है
तेरी परछाई में जाने तू मेरा क्या है
ये जो पुरवाई है, तेरी अंगड़ाई है
तेरी परछाई में जाने तू मेरा क्या है
साँसें धीमी हैं, दर्द हद से ज़्यादा है
बोलो, ऐसे क्या दूर कोई जाता है?
दो क़दम ना संग चला तू, उम्र भर का वादा था
मैं ख़फ़ा हुआ, मना ले जैसे तू मनाता था
ओहो, नैना घबराए हैं, मानो पथराए हैं
कैसे मुरझाए हैं, जाने तू मेरा क्या है
नैना घबराए हैं, मानो पथराए हैं
कैसे मुरझाए हैं, जाने तू मेरा क्या है
Writer(s): Hitesh Modak<br>Lyrics powered by www.musixmatch.com
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3m 50s · Hindi