मेरे राणा जी मैं गोविन्द के गुण गाणा। राजा रूठे नगरी राखे मैं हरी रुठया कहाँ जाणा।। मेरे राणा जी ... डिबिया में काला नाग भेजा, मैं शालिग्राम कर माणा। मेरे राणा जी मैं गोविन्द के गुण गाणा... राणा भेजा विष का प्याला, मैं अमृत कह पी जाणा। मेरे राणा जी मैं गोविन्द के गुण गाणा... मीरा बाई प्रेम दीवानी, म ैं सांवरिया वर पाणा। मेरे राणा जी मैं गोविन्द के गुण गाणा।। मेरे राणा जी मैं गोविन्द के गुण गाणा। राजा रूठे नगरी राखे मैं हरी रुठया कहाँ जाणा।। ।।.देओल, तिन्दी लाहौल वाले.।।
Writer(s): Traditional, Pt. Govind Prasad Jaipurwale, Bhavdeep Jaipurwale<br>Lyrics powered by www.musixmatch.com