
Hey Shiv Shankar Hey Karunakar Bhajan Lyrics
Shiva - Jagjit Singh by Jagjit Singh
Song · 1,570,421 Plays · 7:49 · Hindi
Hey Shiv Shankar Hey Karunakar Bhajan Lyrics
हे शिव शंकर, हे करुणाकर
सुनिए अरज हमारी
हे शिव शंकर, हे करुणाकर
सुनिए अरज हमारी
(हे शिव शंकर, हे करुणाकर)
(सुनिए अरज हमारी)
भव-सागर से पार उतारो
(भव-सागर से पार उतारो)
भव-सागर से पार उतारो
आए शरण तिहारी
(भव-सागर से पार उतारो)
(आए शरण तिहारी)
हे शिव शंकर, हे करुणाकर
सुनिए अरज हमारी
हे शिव शंकर, हे करुणाकर
(सुनिए अरज हमारी)
(हे शिव शंकर, हे करुणाकर)
चंद्र ललाट, भभूत रमाए
(चंद्र ललाट, भभूत रमाए)
चंद्र ललाट, भभूत रमाए
कटि बाघम्बरधारी
(चंद्र ललाट, भभूत रमाए)
(कटि बाघम्बरधारी)
कर में डमरु, गले भुजंगा
नंदी थारो द्वारे
(कर में डमरु, गले भुजंगा)
(नंदी थारो द्वारे)
कर में डमरु, गले भुजंगा
नंदी थारो द्वारे
हे गंगाहर, दरस दिखा दो
हे गंगाहर, दरस दिखा दो
हे भोले भंडारी
हे गंगाहर, दरस दिखा दो
हे भोले भंडारी
(हे शिव शंकर, हे करुणाकर)
(सुनिए अरज हमारी)
(भव-सागर से पार उतारो)
(आए शरण तिहारी)
(हे शिव शंकर, हे करुणाकर)
(सुनिए अरज हमारी)
(हे शिव शंकर, हे करुणाकर)
जनम-मरण के तुम हो स्वामी
(जनम-मरण के तुम हो स्वामी)
जनम-मरण के तुम हो स्वामी
हे शंकर, अविनाशी
(जनम-मरण के तुम हो स्वामी)
(हे शंकर, अविनाशी)
कण-कण में है रूप तुम्हारा
(कण-कण में है रूप तुम्हारा)
कण-कण में है रूप तुम्हारा
हे भोले, कैलाशी
चरण-शरण में आया जो भी
चरण-शरण में आया जो भी
रखियो लाज हमारी
चरण-शरण में आया जो भी
रखियो लाज हमारी
हे शिव शंकर, हे करुणाकर
सुनिए अरज हमारी
भव-सागर से पार उतारो
भव-सागर से पार उतारो
आए शरण तिहारी
हे शिव शंकर, हे करुणाकर
सुनिए अरज हमारी
भव-सागर से पार उतारो
आए शरण तिहारी
हे शिव शंकर, हे करुणाकर
सुनिए अरज हमारी
हे शिव शंकर, हे करुणाकर
Writer(s): Jagjit Singh Dhiman, Sunil Jogi<br>Lyrics powered by www.musixmatch.com
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7m 49s · Hindi