Ambe Ma Taro Sanedo Lyrics
तारों में सज के, अपने सूरज से, देखो धरती चली मिलने
झनकी पायल मच गयी हलचल, अंबर सारा लगा हिलने
हैं घटाओं का, दो नैन में काजल
धूप का मुख पे डाले सुनहरा सा आँचल
यूँ लहराई, ली अंगड़ाई, लगी जैसे धनक खिलने
आग सी लपके, जलती हुई राहे
जी को दहलाये, बेचैन तूफां की आहे
ना डरेगी, ना रुकेगी, देखे क्या हो, कहा दिल ने
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13m 27s · Gujarati